रिश्ते क्यों यूँ ही नम हो जाते हैं,
क्यों छोटी गलतफहमियों में खो जाते हैं.
भावनाओं के समंदर दर्द से रो जाते हैं,
मुस्कुराते हुए दो चेहरे
एक ही छत के नीचे गुमसुम से हो जाते हैं.
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© 2005-2021 (Harshit Agrawal)
1 comment:
Awesome!! you rock!!
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